पंडित प्रदीप मिश्रा जी कहते हैं अगर आप पार्लर जा रहे होतो कोई बात नही है वहां इस चेहरे का श्रृंगार होता है जिससे दुनिया रीझती है और शिव महापुराण में आत्मा का श्रृंगार होता है जिससे शिव रीझ जाते हैं.
Pradeep Mishra Ke Upay
ये 3 चीजे जो आपको बताने वाले है वो किसी से भी भूलकर भी मत मांगना
कभी किसी से चप्पल मत मांगना न किसी की पहनना
न किसी का काल चल रहा हो, न जाने किस प्रकार का बेकार गृह चल रहा था वह काल तुम्हारे माथे पर चढ़ जाएगा. और तुम सोचोगे वो काल इस चप्पल को छोड़ने से टल जायेगा. पर वो काल तुम्हारा हाथ नहीं छोड़ेगा.
एक मांग का टीका किसी का नहीं चाहिए पता नही किसकी किस घडी और पल में यह मांग का टीका उसके मांग से उतरा था उसी कारण आपका भी न उतर जाए.
तीसरा छाता कभी पानी गिर रहा हो तो ये मत बोलना आपका छाता देना. चप्पल हो या छाता इससे काल अपने नसीब में आ जाता है अपने भाग्य में आ जाता हैं. कोई जब मरता है तब उसमे हम दान देते है चप्पल और छाता ताकि काल निकल जाये.
जब भी मंदिर जाते होतो त्रिकाल दर्शी से एक अनुरोध करना मुझे जो भी देना मेरे भाग्य का देना.
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